जिला प्रशासन की निष्क्रियता ने एक युवक की जान ले ली।
सारंगढ़-बिलाईगढ़- जिला प्रशासन की निष्क्रियता ने एक युवक की जान ले ली। तीन महीने पहले खनन माफिया की दबँगई और धमकी दिए जाने की शिकायत मिलने के बावजूद संज्ञान नही ले पाने पर जिला मुख्यालय में गोलीकांड में एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है जहां अभी भी मुख्य आरोपी कृष्णा राजपूत पुलिस पकड़ से बाहर है । पुलिस ने मौके से एक कार, मैंगजीन बरामद कर आर्म्स एक्ट के तहत कार्यवाही कर रही है। दरअसल गुरुवार को जिला मुख्यालय में सूर्या बेकरी के सामने प्लास्टिक जलाने की बात को लेकर ललिता बघेल, पिन्टू जांगडे, कृष्णा राजपूत ने अपने अन्य साथियों समेत बेकरी में काम करने वाले स्टाफ के साथ गाली गलौज कर विवाद करने लगे। विवाद के दौरान मुखलाल मांझी को सीने में गोली लगी, गंभीर स्थिति में उसे इलाज के लिए हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच संदेहियों को हिरासत में लिया और पूछताछ की। सीसीटीव्ही फुटेज एवं अन्य तकनीकी साक्ष्यो के मदद से प्रकरण में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर मौके से 1 मैगजीन, एक गाडी, मोबाईल फोन जप्त किया गया। हम आपको बतादें की मुख्य आरोपी कृष्णा राजपूत पर सिंघनपुर के ग्रामीणों ने तीन माह पूर्व बंदूक की नोक पर धमकी देते हर अवैध रेत खनन किए जाने की शिकायत मुख्यमंत्री,कलेक्टर से की थी। महीनों बीत जाने के बावजूद कोई संज्ञान व कार्यवाही नही करने का ही नतीजा है की रेत माफिया कृष्णा राजपूत के हांथो एक युवक की जान चली गई। समय रहते यदि इस पर गंभीरता ली गई होती तो शायद इस घटना को रोका जा सकता था। फिलहाल इस घटना ने एक बात से साफ कर दिया है की अब नवगठित जिला में माफिया अपनी वाहनों में हथियार लेकर चल रहे जिसे अब पुलिस विभाग को संज्ञान लेने की जरूरत है ।