दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सरहद पर स्थित एक गांव में माओवादियों ने 2 ग्रामीणों को मार डाला है। इनमें एक शिक्षादूत भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इन दोनों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया और मौत की सजा दे दी है। पंचायत चुनाव से ठीक एक दिन पहले हुई वारदात से इलाके के लोगों में दहशत है। मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, मामला भैरमगढ़ ब्लॉक के तोड़मा गांव का है। देर रात नक्सली इस गांव के रहने शिक्षादूत बामन कश्यप और ग्रामीण अनीश राम के घर पहुंच गए थे। जिसके बाद उन्होंने दोनों को घर से बाहर निकाला। फिर घर से कुछ ही दूरी पर स्थित जंगल की तरफ लेकर गए जहां गला घोंट कर उन्हें मार डाला। हत्या के बाद शव गांव के नजदीक लाकर फेंक दिया है। पुलिस मुखबिरी के शक में मारा बताया जा रहा है कि दोनों पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया और मौत की सजा दी है। नक्सलियों की पूर्वी बस्तर डिवीजन कमेटी ने वारदात की है। गांव के लोगों ने इस वारदात की जानकारी पुलिस को दी है। पुलिस की टीम मौके के लिए निकली है। इलाके में दहशत का माहौल है। आज है पंचायत चुनाव दरअसल, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का आज दूसरा चरण है। सुबह से ही मतदान शुरू है। ऐसे में नक्सलियों ने इलाके में दहशत फैलाने के लिए वारदात की है। 24 सालों में 1800 लोगों को मारा छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से अब तक नक्सलियों ने बस्तर संभाग के सातों जिले में कुल 1800 लोगों की हत्या की है। इनमें सबसे ज्यादा बीजापुर जिले में ही हत्या की गई है।