रायपुर में हुए भीषण सड़क हादसे में 16 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। गुरुवार दोपहर तेज रफ्तार कार का टायर फटने से वह डिवाइडर को तोड़ते हुए ट्रक में जा घुसी। जिससे कार में सवार सभी 5 दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। ये सभी दोस्त रायपुर से महासमुंद की ओर घूमने जा रहे थे। तभी हादसा हो गया। इस घटना का CCTV वीडियो भी सामने आया है। मंदिर हसौद पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, घटना गुरुवार दोपहर करीब पौने 2 बजे की है। रायपुर से महासमुंद की तरफ एक कार में सवार होकर पांच दोस्त जा रहे थे। कार मोहम्मद फिरोज(47) नाम के व्यक्ति की थी। इसके अलावा कार में मोहम्मद हसनैन(40), मोहम्मद मिराज खान(35), मोहम्मद किताबुद्दीन(30) और सोनम खान(35) सवार थे। इनमें से कार कौन चला रहा था यह साफ नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि अचानक उमरिया गांव के पास एक ढाबे के सामने तेज रफ्तार कार का टायर फट गया। जिससे वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर को पार करते हुए सड़क के दूसरे तरफ आ गई फिर सामने से आ रही ट्रक में जा घुसी। पश्चिम बंगाल से लोहा लादकर ला रहा था ट्रक इस ट्रक के ड्राइवर विजय प्रजापति ने दैनिक भास्कर को बताया कि वह करीब 20 साल से गाड़ी चला रहा है। वह बंगाल के दुर्गापुर से लोहा भरकर नागपुर जा रहा था। ट्रक डिवाइडर के साइड में अपने लेन पर थी। तभी सड़क की दूसरी तरफ से तेज रफ्तार कार डिवाइडर को पार करते हुए गाड़ी में आ घुसी। कार के भीतर सामने की सीट पर 2 लोग बुरी तरह फंसे हुए थे। आसपास लोग भी जमा हो गए और भीड़ लग गई। कुछ लोग मेरे साथ मारपीट करने की कोशिश करने लगे। एक्सीडेंट के बाद मैं वहां से निकल कर मंदिर हसौद पुलिस स्टेशन आ गया। JCB से कार को खींचकर निकाली गई लाशें हादसे की सूचना मिलते ही ASP ग्रामीण मौके पर पहुंचे। साथ ही पुलिस बल भी तैनात किया गया। हादसे के बाद कार ट्रक के सामने हिस्से में ही फंस गई। इसे निकालने के लिए क्रेन और JCB की मदद लेनी पड़ी। XUV के इंजन के हिस्से को दो भागों में काटकर अंदर फंसी लाशों को को बाहर निकाला गया। पुलिस लाशों का मेकाहारा पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौपेगी। 10 बच्चों का पिता था मृतक फिरोज मृतक फिरोज उरला में अपने परिवार के साथ रहता था। उसके साले मोहम्मद सिराज ने बताया कि वह चिकन दुकान चलाते थे। गुरुवार सुबह 11 बजे करीब घर से निकले थे। उनकी 7 बेटियां और तीन बेटे मिलाकर 10 बच्चें हैं। जिनमें से दो बेटी और एक बेटे की शादी हो चुकी है। घर चलाने का पूरा जिम्मा फिरोज पर था। फिरोज ही अपने दोस्तों को महासमुंद घुमाने ले जा रहा था। सिराज ने बताया कि अन्य मृतक हसनैन भी पड़ोसी था। उसके भी तीन बच्चे हैं। इसके अलावा घटना में अपनी जान गंवा चुके मिराज के भी तीन बच्चे हैं। जिन में 10 और 8 साल की दो बेटियां और एक 6 साल का बेटा है। मिराज का परिवार किराए के घर में रहता था। वह फैक्ट्री में काम करता था। उसके पड़ोस में किताबुद्दीन रहता था। बताया जा रहा है कि ज्यादातर मृतक मूल रूप से बिहार के निवासी थे। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो बुरा हाल है।