मिली जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर स्थित जिंदल कंपनी के एसएमएस 2 लाइम डोलो साईड में शनिवार की शाम काम करते समय अचानक तकरीबन साढ़े 7 बजे के आसपास गर्म राख को खाली करते समय उसकी चपेट में आने से अशोक केंवट 39 साल निवासी सरहर बलौदाबाजार हाल मुकाम किरोड़ीमल नगर वार्ड नं. 13 की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई वहीं टीवी टावर निवासी जिंदल प्लांट के कर्मचारी दीपक यादव जो कि डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत है वह 80 प्रतिशत तक झुलस गया है जिसे आनन-फानन में एयर एंबुलेंस के जरिये रायपुर रिफर किया गया है जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं एक अन्य युवक के हाथ में भी चोट आई है।
18 साल से काम कर रहा था मृतक
बताया जा रहा है कि मृतक अशोक केंवट मूलतः बलौदाबाजार जिले का रहने वाला है और लंबे समय से किरोड़ीमल नगर क्षेत्र में किराये के मकान में रहते हुए फारेन की एक ठेका कंपनी क्वेस्क वर्क लिमिटेड के अंतर्गत पिछले 18 सालो से काम करते आ रहा था। कल सुबह साढ़े 7 बजे वह काम पर गया था और इसी बीच शाम करीब साढ़े 7 बजे गर्म राख की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।
परिजनों को रो-रोकर बुरा बाल
बताया जा रहा है कि मृतक अशोक केंवट की 11 साल पहले शादी हुई थी और दो बेटा है जिसमें एक बेटा 9 साल का है और दूसरा बेटा 6 साल का है। जिंदल कंपनी के अंदर घटी इस घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हो गया है। साथ ही पूरे परिवार में शोक की लहर है।
मुआवजे का दिया गया आश्वासन
बताया जा रहा है कि गर्म राख की चपेट में आने से ठेका श्रमिक अशोक केंवट के परिजनों को तत्कालिक सहायता राशि के रूप में जिंदल कंपनी के द्वारा 50 हजार रूपये दिया गया है वहीं ठेका कंपनी के द्वारा 3 दिसंबर तक 3 लाख रूपये मुआवजा देने का लिखित आश्वासन दिया गया है। वहीं शासन के नियमानुसार ठेका कंपनी द्वारा राशि पीएफ, पेंशन, ईएसआईसी अन्य भत्ता इत्यादि लगभग साढ़े 6 लाख (30 लाख रुपए) दस्तावेज कार्यवाही पूरा होने के बाद दिया जाएगा। इसके अलावा 19 हजार रुपए प्रतिमाह मृतक की पत्नी को पेंशन दिया जाने की बात लिखित में दिया गया।
बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित मां
मृतक की पत्नी ललिता केंवट ने ठेका कंपनी पर आरोप लगाते हुए बताया कि ठेका कंपनी द्वारा 8 घंटे की बजाये 12 घंटे जिंदल कंपनी में काम कराया जा रहा है। इस वजह से उनके पति की मौत हो गई है। उनके पति की मौत हो जाने के बाद उनके बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। ठेका कंपनी द्वारा मुआवजा नही दिया गया है एक कागज में मुआवजा देने की बात कही गई है।
8 घंटे की बजाए 12 घंटे कराया जा रहा काम
शनिवार की शाम जिंदल कंपनी में गर्म राख की चपेट में आने से एक ठेका श्रमिक की मौत हो जाने के बाद आज सुबह भारतीय जनता मजदूर ट्रेंड यूनियन क्रॉसिंग के कार्यकारिणी अध्यक्ष पिंटू सिंह, खरसिया ब्लॉक अध्यक्ष राज किशोर सिंह जिंदल हॉस्पिटल पहुंचकर मृतक के परिजनों से चर्चा की। इस दौरान पिंटू सिंह ने कहा कि जिंदल कंपनी के अधिकारियों के द्वारा 8 घंटे की जगह 12 घंटे ड्यूटी कराया जा रहा है कि इसी वजह से लगातार कंपनियों में मजदूरों की मौत हो रही है। जो कंपनी प्रबंधन की लापरवाही को दर्शाता है।