उपराष्ट्रपति ने पराली जलाने के लिए व्यवस्था आधारित समाधान का आह्वान किया और कहा कि हमारी लापरवाही हमें संकट में डाल रही है
जलवायु संकट सामाजिक बाधाओं को खत्म कर देता है: उपराष्ट्रपति
हमारा सभ्यतागत ज्ञान एक विरासत है और जलवायु आपातकाल के लिए जीवन रक्षा की पुस्तिका है-उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति ने मुख्य अतिथि के रूप में नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह को संबोधित किया
उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन एक संकट है। यह खतरनाक समस्या सामाजिक बाधाओं को खत्म कर देती है। चाहे अमीर हो या गरीब, शहरी हो या ग्रामीण। या तो हम साथ मिलकर काम करें या फिर साथ मिलकर खत्म हो जाएं।”
हमारे सभ्यतागत लोकाचार और पारंपरिक ज्ञान का उल्लेख करते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि, “हमारा सभ्यतागत ज्ञान एक विरासत है, और मैं कहूंगा कि, एक तरह से, इस जलवायु आपातकाल के लिए जीवन रक्षा की पुस्तिका, विश्वकोश है। हमारे पास हजारों वर्षों का सभ्यागत लोकाचार है, हमारे वेद, पुराण, हमारे महाकाव्य महाभारत, रामायण और गीता का ज्ञान है, यदि हम इस सोने की खान को देखें, तो हमें वास्तविक प्रेरणा मिलती है कि संरक्षण हमेशा जीवन का एक प्रमुख पहलू रहा है।
पर्यावरण के संरक्षण के लिए संविधान में दिए गए मौलिक कर्तव्य की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए श्री धनखड़ ने कहा, “संविधान ने हमें मौलिक अधिकार दिए हैं, लेकिन साथ ही मौलिक कर्तव्य भी दिए हैं और जब परिवार, समाज, समूह या राष्ट्र के सामने कोई चुनौती होती है, तो हम अपने अधिकारों को पीछे छोड़ देते हैं और कर्तव्यों को प्राथमिकता देते हैं। मैं आपका ध्यान विशेष रूप से अनुच्छेद 51ए की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। यह केवल संवैधानिक मार्गदर्शन नहीं है। यह हमारे जीवन का एक तरीका होना चाहिए”
जिम्मेदारीपूर्ण उपभोग के महत्व पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, “हमारी वित्तीय ताकत, हमारी प्रत्यीय शक्ति, प्राकृतिक संसाधनों और ऊर्जा के उपयोग के लिए एक निर्धारक कारक नहीं हो सकती है। अगर लोगों को लगता है कि वे इसे वहन कर सकते हैं, तो मैं उन्हें उनके विचारों पर फिर से विचार करने का आह्वान करता हूं। यह आपका नहीं है। यह पूरी मानवता का सामूहिक दायित्व है और इसलिए, हमारा दायित्व है कि संसाधनों का उचित उपयोग हो, ऊर्जा का उचित उपयोग हो।”
इस अवसर पर विद्यतु राज्य मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक, विद्युत मंत्रालय के सचिव श्री पंकज अग्रवाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।