छत्तीसगढ़ की ट्राइबल प्रिंट साड़ी बनी आकर्षण का केंद्र, ब्लॉक-स्क्रीन प्रिंट की साड़ियों की इस मेले में डिमांड
भोपाल: छत्तीसगढ़ की मशहूर कोसा सिल्क साड़ियां दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं, लेकिन इस बार भोपाल हाट मेले में ट्राइबल प्रिंट साड़ियां खास आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले से आए प्रीतम इन साड़ियों को लेकर आए हैं, जो ब्लॉक और स्क्रीन प्रिंट के अनोखे डिजाइनों के साथ तैयार की गई हैं.
ट्राइबल प्रिंट साड़ियों की अनोखी खूबसूरती
प्रीतम ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि ट्राइबल प्रिंट साड़ियों को दो कारीगर मिलकर एक दिन में तैयार करते हैं.
इन साड़ियों पर ब्लॉक प्रिंट और स्क्रीन प्रिंट की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
साड़ियों में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक ट्राइबल आर्ट को उकेरा गया है, जो इन्हें खास बनाता है.
इन साड़ियों की कीमत 1700 रुपये से शुरू होती है, जो इसे किफायती और खास बनाती है.
कोसा सिल्क की साड़ियों का आकर्षण
मेले में प्रीतम केवल ट्राइबल प्रिंट साड़ियां ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध कोसा सिल्क साड़ियां भी लेकर आए हैं.
कोसा सिल्क की साड़ियों में मॉडर्न डिजाइनों का समावेश किया गया है.
हैंडलूम पर तैयार की जाने वाली इन साड़ियों की कीमत 8000 रुपये से शुरू होती है.
कोसा सिल्क साड़ी को बनाने में 8 से 10 दिन का समय लगता है.
ट्राइबल आर्ट की बढ़ती लोकप्रियता
भोपाल हाट मेले में लोगों का झुकाव खासतौर पर ट्राइबल प्रिंट साड़ियों की ओर देखा जा रहा है.
प्रीतम बताते हैं कि मेले में आने वाले लोग इन साड़ियों को इसलिए पसंद कर रहे हैं क्योंकि इनमें उन्हें कुछ नया और पारंपरिक देखने को मिल रहा है.
ट्राइबल प्रिंट के अलावा खादी सिल्क, रॉ सिल्क, और अन्य प्रकार की साड़ियां भी मेले का हिस्सा हैं.
साड़ियों की विविधता और कारीगरी
छत्तीसगढ़ की इन साड़ियों को बनाने में कारीगरों की मेहनत और पारंपरिक तकनीकों का खास योगदान है. ब्लॉक प्रिंट और ट्राइबल डिजाइनों के लिए अलग-अलग कारीगरों की मदद ली जाती है.
हर साड़ी में छत्तीसगढ़ की संस्कृति और कला की झलक मिलती है.