सरकारी योजना का प्रभाव:6 जवानों की हत्या में शामिल ममता समेत 32 लाख के 7 इनामी नक्सलियों का सरेंडर
बस्तर ,,,जिले में पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते इलाके में काम कर रहे शीर्ष नक्सली लीडर भी आत्मसमर्पण करने लगे हैं। शुक्रवार को डीवीसीएम की बुजुर्ग मेंबर ममता ने अपने 6 नक्सली साथियों के साथ जिला पुलिस कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इन 7 नक्सलियों के खिलाफ कुल 32 लाख का ईनाम घोषित है। तीन नक्सली 8-8 लाख के इनामी हैं तो 1 नक्सली 5 लाख का इनामी है। तीन नक्सली एक एक लाख के इनामी हैं। सभी लंबे समय से नक्सली संगठन उत्तर बस्तर डिवीजन अंतर्गत परतापुर, रावघाट एरिया कमेटी के अलावा महाराष्ट्र में गढ़चिरौली डिवीजन में सक्रिय थे। आत्मसमर्पित में सबसे बड़ा नाम व खूंखार नक्सली ममता उर्फ शांता उर्फ ममताक्का उर्फ गाम्बाला उर्फ वसन्ना बत्तुलै उम्र 60 वर्ष पति रामा रेड्डी पासूला का है। इसके खिलाफ जिले के अलग अलग थानों में कई नक्सली अपराध दर्ज हैं। अपराध की लंबी सूची में 6 जवानों की हत्या भी शामिल है। मूलत: तेलंगाना निवासी ममता 1995 में नक्सल संगठन में भर्ती हुई थी व अब तक काम कर रही थी। शुरूआती दौर से उत्तर बस्तर डिविजन में सक्रिय रही। उत्तर बस्तर डिवीजन एएमएस प्रभारी, परमिली दलम सदस्य, सिरपुर एरिया कमेटी सदस्य रही। वर्तमान में डीवीसीएम मेंबर थी व 8 लाख का इनाम घोषित था। 2024 तक ममता के खिलाफ जिले में 26 अपराध दर्ज हैं। नक्सली ममता काफी उम्रदराज हो चुकी है। साथ ही बीमार भी है। जंगल में नक्सलियों द्वारा इलाज मुहैया नहीं कराने के कारण नक्सलवाद छोड़ मुख्यधारा में लौटने आत्मसमर्पण की। आठ लाख ईनामी नक्सलियों की सूची में दिनेश मट्टामी 20 साल निवासी ग्राम टेकामेटा थाना सोनपुर जिला नारायणपुर तथा आयतु राम पोटाई 27 साल निवासी ग्राम करकापाल थाना कोड़ेकुर्से जिला कांकेर भी शामिल हैं। दिनेश 2021 में नक्सल संगठन भर्ती होकर वर्तमान में मिलिट्री कंपनी नम्बर 10 का सदस्य है जो 2024 ग्राम हिदूर सड़क निर्माण में लगे वाहनो मे आगजनी में शामिल था। आयतु साल 2018 नक्सल संगठन भर्ती होकर वर्तमान में मिलिट्री कंपनी नंबर 5 का सदस्य था। यह डीवीसी रमेश का गार्ड, डीके मिलिट्री प्रशिक्षक टीम का सदस्य था। 2018 नवंबर में ग्राम गोमे व मिण्डी के मध्य व 2019 ग्राम महला में एम्बुश की घटना में, ग्राम आलपरस में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में तथा साल 2020 में ग्राम पतकालबेड़ा मुठभेड़ में शामिल था। 5 जवानों की हत्या में शामिल थी जमुना पांच लाख की ईनामी नक्सली जमुना उर्फ नीरा नेताम 50 साल निवासी एन्हूर थाना दुर्गकोंदल साल 2003 में नक्सल संगठन भर्ती हुई थी। वर्तमान में परतापुर एरिया कमेटी सदस्य थी। कोयलीबेड़ा दलम, आरकेबी डिवीजन, मेढ़की एलओएस, काकनार एलओएस सदस्य थी। 2007 में ग्राम भुस्की एवं मिचगांव मोड़ पुलिस पर हुए हमले में शामिल थी जिसमें 5 जवान शहीद एवं 18 घायल हुए थे। 2020 ग्राम महला मंदिर टेकरी मुठभेड़, 2023 में ग्राम आलदण्ड एवं बिनागुण्डा के बीच जंगल में मुठभेड़ की घटना शामिल थी, जिसमें एसजेडसीएम बलदेव की गार्ड नक्सली सुनीता मारी गई। नक्सलवाद गिन रहा अपनी अंतिम सांसें : सीएम
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी नीति स्पष्ट है-बोली का जवाब बोली से और गोली का जवाब गोली से। जो भी नक्सली आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं, उनके लिए हमारी सरकार बेहतर जीवन और पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध कराएगी। नक्सलवाद की खोखली विचारधारा से त्रस्त होकर और बेहतर जीवन की उम्मीद में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। यह इस बात का संकेत है कि नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।