कोरबा में नदी में नहाने गए 3 दोस्तों के शव मिल गए हैं। 3 दिन बाद 2 शव गुरुवार को मिले थे। गुरुवार की रात 8 बजे तीसरे युवक की लाश मिली। घटनास्थल से 6 किलोमीटर दूर दर्री डैम में मछुआरे की नजर शव पर पड़ी। उसने पुलिस को सूचना दी, जहां रेस्क्यू टीम ने आशुतोष सोनकर के शव को बाहर निकाला। सोमवार सुबह 11 बजे तीनों दोस्त नहाने गए हुए थे, जब तीनों अपने-अपने घर नहीं लौटे तो परिजन पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों के फुटेज तलाशने पर सोमवार को ही सवा 5 बजे तीनों बाइक से जाते हुए सीएसईबी मुख्य गेट के पास दिखे थे। गुरुवार को 27 साल के सागर चौधरी का शव हसदेव नदी में जलकुंभी के नीचे फंसा मिला। वहीं 19 साल के बजरंग प्रसाद का शव करीब 2 किलोमीटर दूर मिला। इनमें आशुतोष और बजरंग CSEB कर्मी के बेटे हैं। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहुंची पुलिस सीसीटीवी कैमरे के बाद पुलिस ने तीनों दोस्तों के मोबाइल लोकेशन भी चेक किए। इसके आधार पर पुलिस हसदेव नदी के तट पर पहुंची। यहां उनके चप्पल-जूते, कपड़े, मोबाइल और बाइक नदी किनारे मिले थे। परिजनों ने भी कपड़े और जूतों से युवकों की पहचान की। नदी किनारे कब पहुंचे किसी को नहीं पता परिजनों ने बताया कि, आशुतोष सोनकर आईटीआई कॉलेज का छात्र है। वहीं बजरंग प्रसाद और सागर चौधरी EVPG कॉलेज के छात्र हैं। परिजनों ने बताया कि तीनों युवक किन परिस्थितियों में नदी किनारे पहुंचे हैं, उनको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जहां से लापता, वहां 15-20 फीट की गहराई बताया जा रहा है कि, नदी में जिस जगह से तीनों लापता हुए हैं, वहां नदी की गहराई करीब 15-20 फीट की है। इसके अलावा जलकुंभी भी भारी मात्रा में है। ऐसे में आशंका है कि कहीं तीनों दोस्त जलकुंभी में तो नहीं फंस गए। या फिर एक को बचाने के चक्कर में तीनों फंस गए। पुलिस बोली- नदी में बहने की आशंका मामले में दर्री पुलिस का कहना है कि, तीनों दोस्तों ने लापता होने से पहले सोशल मीडिया पर एक साथ बैठे फोटो शेयर की थी। पुलिस ने आशंका जाहिर की है कि तीनों युवक नहाते समय नदी में बह गए। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।