स्कूलों से वापस लिए गए लैपटॉप-कंप्यूटर पर उठाए सवाल – कविता
सारंगढ बिलाईगढ़ । छग विधानसभा के बजट सत्र में कांग्रेस विधायक कविता प्राण लहरें ने स्कूलों में लैपटॉप, कंप्यूटर वितरण को लेकर सरकार से कड़ा सवाल किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से छगढ़ी में पूछते हुए कहा कि – बिलाईगढ़ विधान सभा क्षेत्र के शा. हायर सेकेंडरी, हाईस्कूल व मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को लैपटॉप , कंप्यूटर दिए गए थे लेकिन किन स्कूलों को यह उपकरण मिले और किन स्कूलों से इन्हें वापस ले लिया गया, इसकी पूरी जानकारी दी जाए। इस के जवाब में सरकार ने कहा कि सत्र 2019-20 में भारत सरकार की स्वीकृति के अनुसार चयनित स्कूलों में स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब स्थापित की गई थी, जिसमें लैपटॉप और कंप्यूटर लगाए गए थे। लेकिन सत्र 2020-21 में केंद्र सरकार द्वारा सूची में संशोधन किया गया, जिससे कुछ विद्यालयों को योजना से बाहर किया गया और वहां से लैपटॉप, कंप्यूटर वापस ले लिए गए। लेकिन मंत्री के इस जवाब से विधायक संतुष्ट नहीं हुईं। उन्होंने कहा कि – अगर एक बार किसी स्कूल को लैपटॉप और कंप्यूटर की सुविधा दी गई थी, तो बाद में इसे वापस लेने का क्या औचित्य था ? क्या अब उन स्कूलों के बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों की जरूरत नहीं है ? उन्होंने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए पूछा कि -क्या अधिकारी नहीं चाहते की सरकारी स्कूलों के बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त करें ?
विधायक ने आगे कहा कि – यदि सरकार ने लैपटॉप और कंप्यूटर वापस लेकर अन्य स्कूलों को दिया, तो यह उचित है, लेकिन जिन स्कूलों से इन्हें वापस लिया वहां भी छात्र पढ़ते हैं और उन्हें भीऔर इसकी जरूरत है। ऐसे में यह भेदभाव क्यों किया गया ? क्या इसमें अधिकारी की मिलीभगत है ? इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से यह भी पूछा कि क्या अब कोई नई योजना बनाई जा रही है, जिसमें आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, हिंदी माध्यम स्कूल और पीएम श्री स्कूलों को लैपटॉप और कंप्यूटर जैसी सुविधाएं दी जाएंगी ? यदि हां, तो यह योजना पूरे छत्तीसगढ़ में कब लागू होगी? विधायक कविता प्राण लहरें ने सरकार से पूरे छत्तीसगढ़ के स्कूलों में लैपटॉप और कंप्यूटर उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि – सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को समान सुविधाएं मिलनी चाहिए, ताकि वे भी डिजिटल शिक्षा का लाभ उठा सकें।