जवानों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम के नारों’ के साथ “भूलेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं, शहीद जवानों का बदला लेकर रहेंगे” के नारे भी लगाए।

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दंतेवाडा। बीजापुर जिले में सोमवार 6 जनवरी 2025 को हुए नक्सलियों के बड़े हमले में 8 DRG जवानों और 1 सिविलियन चालक की शहादत के बावजूद जवानों का हौंसला टूटा नहीं है। नक्सलियों द्वारा किए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) ब्लास्ट में जवानों की शहादत के बाद, उनके शव पुलिस लाइन कारली भेजे जा रहे थे। इस दौरान जवानों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम के नारों’ के साथ “भूलेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं, शहीद जवानों का बदला लेकर रहेंगे” के नारे भी लगाए।

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बता दें कि नक्सलियों के इस कायराना हमले के बाद जवानों का आक्रोश और गुस्सा सातवें आसमान पर है। जवानों ने खुले तौर पर नक्सल संगठनों को चुनौती दी है कि वे इस वारदात के खिलाफ और भी बड़े ऐक्शन के लिए तैयार हैं।

नक्सलियों के हमले में 8 जवान और 1 वाहन चालक शहीद

आपको याद दिला दें कि यह हमला उस समय हुआ जब सुरक्षाबलों का एक अभियान अबूझमाड़ में चल रहा था। इस अभियान में 3 दिनों तक चलने वाली मुठभेड़ में 5 वर्दीधारी नक्सली मारे गए थे। इसी दौरान रविवार को DRG के जवान सन्नू कारम भी शहीद हो गए। अभियान के बाद, जब जवान वापस लौट रहे थे, तभी बीजापुर जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर अंबेली गांव के पास नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम के सदस्यों ने IED विस्फोट कर वाहन को उड़ा दिया। इस हमले में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) के आठ जवान शहीद हो गए। उनकी स्कॉर्पियो का चालक भी मारा गया। ब्लास्ट इतना तीव्र था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए। उसकी छत पास के पेड़ में 20 फीट की ऊंचाई पर लटकी मिली। जवानों के शव क्षत-विक्षत हो गए। उनके अंग सौ मीटर दूर तक बिखरे हुए थे। सड़क पर 10-15 फीट गहरा गड्ढा हो गया।


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