महादेव सट्टा में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला केस में प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता में छापा मारकर एक ब्रोकर को गिरफ्तार किया है।
महादेव सट्टा में मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला केस में प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता में छापा मारकर एक ब्रोकर को गिरफ्तार किया है। उसके खाते में जमा 88 करोड़ रुपए फ्रीज कर लिए गए हैं। ब्रोकर के खाते में हवाला के माध्यम से सट्टे का पैसा आता था। सट्टे के पैसों को वाइट मनी में बदलने के लिए वह शेयर मार्केट में निवेश करता था। उसके बाद मुनाफे में हिस्सा लेता था। शनिवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने पूछताछ के लिए कोर्ट से रिमांड मांगी। 28 जनवरी तक आरोपी को ईडी की कस्टडी दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलत: कोलकाता निवासी संदीप फोगाल शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का काम करता है। ब्रोकर संदीप के बारे में क्लू जेल में बंद गोविंद केडिया के बारे में जांच के दौरान मिला। उसके बाद से ईडी उसकी तलाश कर रही थी। उसका लोकेशन मिलने के बाद छापे मारकर उसे गिरफ्तार किया गया। ईडी को जानकारी मिली है उसके अनुसार संदीप को सट्टे की काली कमाई को वैध करने की जिम्मेदारी मिली थी। इसके लिए वह काली कमाई को शेयर मार्केट में निवेश करता था। शेयर मार्केट में निवेश के बाद जो मुनाफा होता था वह वैध कमाई हो जाता था। संदीप का सट्टे के केस में पहले पकड़े गए आरोपियों से भी लिंक है। अलग-अलग कंपनियों में निवेश
महादेव सट्टे की जांच के दौरान ईडी पं. बंगाल से नितिन टिबडेवाल, गिरीश तलरेजा, सुरेश चोखानी को गिरफ्तार कर चुकी है। सभी आरोपी रायपुर जेल में बंद है। ईडी की ओर से जो केस बनाया गया है उसके अनुसार तीनों आरोपी सट्टे के पैसों को शेयर मार्केट में निवेश करते थे। इन तीनों के पास भी अलग-अलग माध्यम से पैसा आता था। 580 करोड़ रुपए की खरीदी-बिक्री
आरोपी हरिशंकर टिबरेवाल ने पार्टनशिप में 429 करोड़ रुपए का निवेश विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) से किया हैं। जिन कंपनी में उसने पैसा निवेश किया है। वह छोटी और मंझोली कंपनियां हैं। इन कंपनियों के शेयर की ज्यादा कीमत नहीं है और मुनाफा भी ज्यादा नहीं मिलता है। इसके बाद भी आरोपी ने इन कंपनियों में पैसा लगाया है। 2295 करोड़ की संपत्ति कुर्क
महादेव सट्टा केस में अब तक गिरफ्तार आरोपियों की करीब 387.99 करोड़ की संपत्ति को ईडी कुर्क करने की कार्रवाई करवा चुकी है। इसके अलावा प्रमोटर और इससे जुड़े लोग, वेबसाइट पैनल ऑपरेटर, प्रमोटर्स और उनके सहयोगियों की 2295.61 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। ईडी के जानकारों के अनुसार ब्रोकर संदीप की संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है। इन कंपनियों में लगाया सट्टे का पैसा
ईडी के अनुसार महादेव एप के माध्यम से आने वाला सट्टेबाजी करोड़ों रुपया एबिलिटी गेम्स प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी स्मार्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, ब्रिलिनेंट इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, डिस्कवरी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, फॉरेस्ट विनकॉम प्राइवेट लिमिटेड, स्वर्ण भूमि वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों में निवेश किया गया है। ड्रीम अचीवर्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड, इकोटेक जनरल ट्रेडिंग एलएलसी कंपनी के अलावा दुबई की कैटलफीड ग्लोबल डीएमसीसी, प्लस कमोडिटीज डीएमसीसी और जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी में निवेश किया है।
आरोपी हरिशंकर टिबरेवाल ने पार्टनशिप में 429 करोड़ रुपए का निवेश विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) से किया हैं। जिन कंपनी में उसने पैसा निवेश किया है। वह छोटी और मंझोली कंपनियां हैं। इन कंपनियों के शेयर की ज्यादा कीमत नहीं है और मुनाफा भी ज्यादा नहीं मिलता है। इसके बाद भी आरोपी ने इन कंपनियों में पैसा लगाया है। 2295 करोड़ की संपत्ति कुर्क
महादेव सट्टा केस में अब तक गिरफ्तार आरोपियों की करीब 387.99 करोड़ की संपत्ति को ईडी कुर्क करने की कार्रवाई करवा चुकी है। इसके अलावा प्रमोटर और इससे जुड़े लोग, वेबसाइट पैनल ऑपरेटर, प्रमोटर्स और उनके सहयोगियों की 2295.61 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। ईडी के जानकारों के अनुसार ब्रोकर संदीप की संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है। इन कंपनियों में लगाया सट्टे का पैसा
ईडी के अनुसार महादेव एप के माध्यम से आने वाला सट्टेबाजी करोड़ों रुपया एबिलिटी गेम्स प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी स्मार्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड, एबिलिटी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, ब्रिलिनेंट इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, डिस्कवरी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, फॉरेस्ट विनकॉम प्राइवेट लिमिटेड, स्वर्ण भूमि वाणिज्य प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों में निवेश किया गया है। ड्रीम अचीवर्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड, इकोटेक जनरल ट्रेडिंग एलएलसी कंपनी के अलावा दुबई की कैटलफीड ग्लोबल डीएमसीसी, प्लस कमोडिटीज डीएमसीसी और जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी में निवेश किया है।