इंदौर मौसम अपडेट मध्य प्रदेश में बारिश का कहर, ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश का आईएमडी अलर्ट, सर्द हवाओं ने तोड़ा तापमान का रिकॉर्ड, भोपाल, उज्जैन, देवास मौसम
Indore weather forecast. मध्यप्रदेश का मौसम लगातार करवट ले रहा है, जहां एक पल में बारिश हो रही है, तो वहीं दूसरे पल में धूप निकल रही है. जिसके बाद मौसम को लेकर आम जनता असामजस्य में है. दरअसल इंदौर, भोपाल सहित कई शहरों में शुक्रवार रात बारिश होने के बाद ठंडी हवाएं तेज हो गई है. हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक आज और कल यानी शनिवार और रविवार को भी बादल छाए रहेंगे और हल्की सी बारिश होगी.
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते शनिवार को मौसम का मिजाज बदला रहेगा. कुछ स्थानों पर ओले गिरने और 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने के भी आसार है. शुक्रवार रात अचानक से बदले मौसम के मिजाज से अब तक करीब 1.5 एमएम बारिश हो चुकी है. इस बारिश से आने वाले दिनोें में ठंड भी बढ़ेगी और तापमान 2 से 4 डिग्री तक गिर सकता है. इसका असर नए साल पर भी पड़ेगा. एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सकुर्लेशन के असर से 28 दिसंबर को आंधी के साथ प्रदेश के उत्तर-पश्चिम और मध्य क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश और ओले गिरने की संभावना है. इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक दर्ज की जा सकती है. खास करके भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, सागर और जबलपुर संभाग में ओले भी गिर सकते हैं.
आईटी पार्क चौराहा, लिंबोदी, राजेंद्र नगर, एयरपोर्ट व विजयनगर सहित कई इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई. इसके अलावा कई इलाकों में तेज हवाएं भी चली. इंदौर में पिछले तीन दिनों से हवा के बदले रुख व वातावरण में आर्द्रता बढ़ने के कारण ठंड गायब सी हो गई है. शुक्रवार को शहर में न्यूनतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
ओले और बारिशधार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हुई तो मंदसौर नीमच गुना शिवपुरी ग्वालियर दतिया श्योपुर कला जिलों में कहीं-कहीं वज्रपात और झंझावात की चेतावनी मिली है. भोपाल विदिशा रायसेन सीहोर राजगढ़ रतलाम इंदौर उज्जैन और छतरपुर जिलों में कोहरा रहा. भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं ओले गिरने की भी आशंका है. वहीं कुछ जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिरेंगे.
MP मौसम विभाग अपडेट
उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम, पंजाब एवं उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात और एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में सक्रिय है. बंगाल की खाड़ी में मौजूद अति कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के बाद हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना है. इन सभी मौसम प्रणालियों के असर से शुक्रवार से बादल बारिश ओले और बिजली चमकने की स्थिति बन रही है. इस दौरान 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. 30-31 दिसंबर से मौसम साफ होने के कारण एक बार फिर न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगेगी.
रजनी जादव ने बताया कि बारिश के बाद बरसाती का भी दुकान लगादिया अभी तक सर्दी के कपड़े बेच रहे थे. कपड़े में ज्यादा कमाई और नफा नुकसान तो चलता है लेकिन खाने के लिए दो वक्त की रोटी मिले वो काफी है.