मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश तक सहमे लोग, घर से बाहर निकलने में डर रहे; अफसर भी परेशान
रीवा. रीवा में दो दिन पहले गांव में दस्तक देने वाला तेंदुआ आज तीसरे दिन भी अभी तक पकड़ में नहीं आया. दो राज्यों की सीमा का तेंदुआ लाभ उठा रहा है और खेत में घुसकर अधिकारियों को चकमा दे रहा है. इसकी वजह से आज तीसरे दिन भी उसके इंतजार में अधिकारी हाथ पर हाथ धरे दिन भर बैठे रहे, लेकिन वह खेत से बाहर नहीं निकला.
ग्राम खतिलवार थाना जनेह में दो दिन पहले तेंदुए ने पांच लोगों पर हमला किया था. पहले चार गांव वालों को उसने हमला कर जख्मी किया और बाद में एक वन विभाग के कर्मचारी पर भी हमला कर दिया, जिसमें वे भी जख्मी हो गये थे. तेंदुआ को पकड़ने के लिए यूपी और एमपी के वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गांव पहुंच गए. ड्रोन कैमरे से उसको देखने का प्रयास किया गया तो वह अरहर और राई के खेत में आराम करता हुआ नजर आया. उसके ऊपर काफी देर तक ड्रोन कैमरा उड़ता रहा लेकिन नहीं भागा.
तेंदुए का पता नहीं चला
उ.प्र. के वन विभाग के कर्मचारी आज उसको पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाये हुए थे. बीती रात वह खेत से बाहर निकला था और गांव में एक भैंस पर उसने हमला किया. जब लोग हल्ला करने लगे तो डरकर वह खेत में वापस जाकर छिप गया जिसकी वजह से वह पकड़ में नहीं आ रहा है. वन विभाग के कर्मचारियों ने उसको बेहोश करके पकड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन वह खेत से बाहर ही नहीं निकला जिसकी वजह से सारी योजना फेल हो गई. दिन भर वन विभाग के कर्मचारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे लेकिन तेंदुए का पता नहीं चला.
दहशतजदा हैं गांव के लोग
तेदुआ की वजह से स्थानीय गांवों के लोगों की हालत खराब है. दो दिन पहले वह चार लोगों को जख्मी कर चुका है और रात में उसने एक भैंस पर हमला किया था. यही कारण है कि गांव के लोग इस जानवर की वजह से दहशत में है. रात में बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और दिन भी निकलने में भय बना हुआ है. अधिकांश लोगों के मवेशी भी बाहर बंधते है जिनकी सुरक्षा की भी उनको चिंता सता रही है.
नाला है दो राज्यों की सीमा
बता दें कि खतिलवार गांव में एक नाला दो राज्यों की सीमा है. नाला के एक ओर एमपी में खतिलवार गांव है और दूसरी ओर यूपी का हिस्सा लग जाता है. तेदुआं खतिलवार गांव में हमला करता है और यूपी में जाकर खेत में पनाह लेता है. फलस्वरूप दोनों राज्यों के अधिकारी उसको पकड़ने में लगे हैं, लेकिन खेत की वजह से उसको पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही है.
पूर्व विधायक खुद खोज रहे हैं तेंदुआ
एक तरफ जहां तामाम प्रशासन के प्रयास फेल हो रहे हैं तेंदुए को पकड़ने के, वहीं त्योंथर के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी हाथ में जाल लिए गांव पहुंच गए. तेंदुए की तलाश करने के लिए और उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो गांव में डेरा डालेंगे, लेकिन गांव वालों को तेंदुए ने बहुत भयभीत कर दिया है, इसलिए अकेला नहीं छोंड़गे.