दराती ले खेतों में घुसे पुलिस-पैरामिलिट्री के जवान, बर्बाद कर डाली लाखों रुपए की ‘फसल’, सिर पीटते रह गए ‘किसान’

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Police-Paramilitary Action Against ‘Farmers’: पैरामिलिट्री और पुलिस के जवानों का गुस्‍सा देख किसी के आगे बढ़ने की हिम्‍मत नहीं हो रही थी. देखते ही देखते पैरामिलिट्री और पुलिस के जवानों ने दराती से लाखों रुपए की फसल को जमींदोज कर दिया. क्‍या है पूरा मामला…और पढ़ें

Police-Paramilitary Action & ‘Farmers’: सायरन बजाती पुलिस और पैरामिलिट्री की गाड़ियां तेजी के साथ एक-एक कर गांव में दाखिल होना शुरू होती हैं. पुलिस और पैरामिलिट्री की इन गाड़ियों को देखते ही गांववालों के दिमाग में एक साथ तमाम सवाल उबाल मारने लगते हैं. लेकिन, इनती हिम्‍मत किसी में नहीं थी कि वह आगे बढ़कर अपने सवालों का जवाब पूछ सके.

 

जिस तेजी से पैरामिलिट्री और पुलिस की गाडि़यां गांववालों की तरफ बढ़ रही थीं, लगभग उतनी ही तेजी से उनके माथे पर बल बढ़ते जा रहे थे और आंखें खुदबखुद सिकुड़ती चली जा रहीं थीं. गाड़ियों की गति के साथ आँखों की पुतलियां भी लगातार अपनी दिशा बदलती जा रहीं थीं. वहीं, दिमाग ने गाड़ियों की दिशा के मुताबिक यह अंदाजा लगाना शुरू कर दिया कि अब आज किसके खेतों की बारी है.

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देखते-देखते उजड़ गई लाखों की खेती
कुछ ही मिनटों के अंतराल के बाद ये गाड़ियां गांव के एक छोर पर जाकर रुक गईं. एक साथ तेजी से सभी गाड़ियों के दरवाजे खुले और उससे कैमफ्लेज वर्दी पहने जवान बाहर आना शुरू हो गए. इनमें कुछ जवान बीएसएफ के थे, तो कुछ स्थानीय पुलिस से थे. इन जवानों के कंधे पर राइफ़ल, तो हाथ में तलवार नुमा दराती थी. मौके पर मौजूद एक बड़े अफसर का इशारा मिलते ही ये सभी जवान एक खेत में घुस गए.

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कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले इन जवानों ने दराती से खेत में लगी फसल को उजाड़ना शुरू कर दिया. कुछ ही मिनटों के अंतराल के बाद लाखों रुपए की पूरी फसल जमीन पर पड़ी हुई थी. इस दौरान, जिस लोगों के यह खेत थे, वे सभी इन जवानों के सामने तो नहीं आए, पर दूर से जमीन पर पड़ी लाखों रुपए की अपनी फसल को देख अपना सिर जरूर पीट रहे थे. वहीं बहुत से गांव वाले इस कार्रवाई से खुश भी नजर आ रहे थे.

 

वन‍ विभाग संग BSF का स्‍पेशल ऑपरेशन
दरअसल, यह पूरा मामला दक्षिण त्रिपुरा के मोनाईेपाथर गांव का है. बीएसएफ के इंटेल मिला था कि मोनाईपाथर गांव में बड़ी संख्‍या में गांजे की खेती की जा रही थी. बीएसएफ की तरफ से इस इंटेल को स्‍थानीय पुलिस और वन अधिकारियों के साथ साझा किया गया. इसके बाद, संयुक्‍त कार्रवाई का फैसला लिया गया. संयुक्‍त कार्रवाई के तहत, बीएसएफ, स्‍थानीय पुलिस और वन अधिकारियों की टीम मोनाईपाथर गांव पहुंच गई.

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इस विशेष अभियान के तहत, बीएसएफ के जवानों ने स्‍थानीय पुलिस और वन कर्मियों के साथ मिलकर गांजे के खेतों को पूरी तरह से उजाड़ दिया. इस कार्रवाई को देखने के बाद मादक पदार्थों का धंधा करने वाले अपना सिर पीटते नजर आए और बाकी गांववालों के चेहरे में संतोष भरी मुस्‍कान नजर आ रही थी. इस कार्रवाई में बीएसएफ ने करीब गांजे के 32,000 पौधों को नष्‍ट किया है.

 

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