इंदौर के भाई-बहन का स्टार्टअप, 10 देशों में हेल्दी मॉकटेल्स का परचम, कमाई 20 लाख के पार
इंदौर: मॉकटेल्स का चलन अब सिर्फ शादी-पार्टियों तक सीमित नहीं है. इंदौर के भाई-बहन दिव्यशक्ति और राजनंदिनी सागर ने इसे हेल्दी ट्विस्ट के साथ एक सफल स्टार्टअप का रूप दिया है. यह स्टार्टअप केवल भारत में ही नहीं, बल्कि 10 विदेशी बाजारों में भी अपनी जगह बना चुका है. उनके बनाए हेल्दी और टेस्टी मॉकटेल्स और मिक्सर्स ने बाजार में धूम मचा दी है.
विदेश से लौटकर शुरू किया स्टार्टअप
दिव्यशक्ति और राजनंदिनी ने विदेश से बीबीए हॉस्पिटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी. पढ़ाई के बाद उन्होंने महसूस किया कि भारत में हेल्दी सॉफ्ट ड्रिंक्स का चलन कम है और यह केवल बड़े होटलों तक सीमित है. विदेश में मॉकटेल्स और मिक्सर्स की लोकप्रियता से प्रेरित होकर, दोनों ने 2023 में 10 लाख रुपये के निवेश से इंदौर में अपना स्टार्टअप शुरू किया.
99 रुपये में हेल्दी और टेस्टी मॉकटेल्स
दिव्यशक्ति और राजनंदिनी के बनाए मॉकटेल्स और मिक्सर्स बाजार में 99 रुपये (250 एमएल) की कीमत पर उपलब्ध हैं.
यह उत्पाद नींबू, संतरा, सेब, केला, कीवी, और ब्लूबेरी जैसे प्राकृतिक फलों से तैयार होते हैं.
इनमें हानिकारक प्रिजर्वेटिव्स या कृत्रिम फ्लेवर शामिल नहीं हैं.
जूस को एफएसएसएआई (खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) द्वारा प्रमाणित किया गया है.
इनके दो जलजीरा फ्लेवर भी बेहद लोकप्रिय हैं.
गुणवत्ता के साथ चुनौतीपूर्ण पैकेजिंग
राजनंदिनी बताती हैं कि फलों की पौष्टिकता और स्वाद बनाए रखने के लिए इन्हें एल्युमीनियम कैन में पैक किया जाता है. यह पैकेजिंग चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन इससे उत्पाद की गुणवत्ता लंबे समय तक बनी रहती है. उनके जूस कम कैलोरी वाले हैं और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं.
स्टार्टअप से बनी सफलता की कहानी
स्टार्टअप के शुरुआती 5 महीनों में इंदौर में उत्पाद को टेस्ट किया गया. सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद इसे पिछले 7 महीनों में 10 भारतीय राज्यों और 10 विदेशी बाजारों में लॉन्च किया गया.
स्टार्टअप ने 300 लोगों को रोजगार दिया है.
हर महीने लगभग 20 लाख रुपये का टर्नओवर हो रहा है, और सालाना 4 करोड़ रुपये का राजस्व होने की उम्मीद है.
परिवार का समर्थन और दृढ़ निश्चय
दिव्यशक्ति बताते हैं कि विदेश में रहकर उन्हें महसूस हुआ कि उन्हें खुद का कुछ बड़ा करना चाहिए. उन्होंने अपनी बहन राजनंदिनी के साथ विचार साझा किया और परिवार ने उनका पूरा समर्थन किया. यह स्टार्टअप न केवल उनकी मेहनत का परिणाम है, बल्कि एक उदाहरण भी है कि भारत में युवाओं के लिए कितनी संभावनाएं हैं.
हेल्दी मॉकटेल्स की अंतरराष्ट्रीय मांग
दिव्यशक्ति का कहना है कि भारत में मॉकटेल्स को मुख्य रूप से शादी और पार्टियों में परोसा जाता है, जबकि विदेशों में इन्हें रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा माना जाता है. उनके हेल्दी और किफायती उत्पादों ने भारतीय बाजार में एक नई दिशा दी है.
सपने देखिए और उन्हें साकार कीजिए
दिव्यशक्ति और राजनंदिनी का मानना है कि हर व्यक्ति को अपने सपनों का पीछा करना चाहिए. उनका कहना है,
“सपने देखने से ज्यादा जरूरी है उन्हें साकार करने का साहस रखना. मेहनत और लगन से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है.”