एमपी की इस गोशाला में नए साल पर लगती है भीड़; 108 गायों की परिक्रमा करते हैं लोग! जानें इस परंपरा के बारे में…

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खंडवा. नए साल को आने में बस कुछ ही दिन शेष है, ऐसे में हर कोई नए साल को अलग तरीके से मनाने में जुटा है. कोई बाहर घूमने जाता है तो कोई दोस्तो के साथ इंजॉय करते हैं. लेकिन खंडवा में कुछ लोग नया साल मनाने का अनोखा अंदाज अपनाते हैं. हम बात कर रहे है खंडवा की गणेश गोशाला की, जहां कई लोग नए साल पर 108 गो माता की परिक्रमा करते है. उन्हें खाना भी खिलाते हैं, विधि विधान के साथ गो माता की पूजा की जाती है, और उनकी परिक्रमा लगाई जाती है. इसके बाद अपने ही हाथों से गो ग्राश खिलाते हैं. हिन्दू धर्म में मान्यता है कि गो माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है. इसलिए लोग इस साल की शुरुआत गो माता से करते हैं.

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33 कोटि देवी-देवताओं का होता है वास
रामचंद्र मौर्य गणेश गौशाला सचिव ने बताया कि वैसे तो हर कोई कैलेंडर के हिसाब से नया साल मनाता है. लेकिन हिन्दू धर्म के अनुसार गुड़ी पड़वा को नए वर्ष की शुरुआत होती है. कई लोग बाहर नया साल मनाने जाते हैं. लेकिन नया साल मनाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हमें इस दिन गो माता की सेवा करनी चाहिए, क्योंकि गो माता के अंदर ही 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है इसलिए कही भी जाने की आवश्यकता नहीं है , हाल ही में अमेरिकी से एक ख़बर सामने आई थी जिसमें बताया गया था की गो माता के सानिध्य में रहने के लिए एक व्यक्ति की 20 से 25 हज़ार रुपए उसे देना पड़ता है , लेकिन यहां सबकुछ फ्री है ऐसे में यह जरूरी है की प्रत्येक व्यक्ति को इस दिन गो माता की सेवा में समय बिताना चाहिए और इस पुण्य काम में भाग लेना चाहिए , इससे स्वास्थ्य का लाभ मिलने के साथ साथ मनुष्य की आर्थिक प्रगति भी होती है.

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गो संरक्षण है जरूरी
आज के इस आधुनिक युग में अगर हम अपने ही धर्म से अलग हो जाएंगे तो हमारी स्थिति भी उस डायनासोर जैसी होगी जिन्हें आज सिर्फ हम किताबों में पढ़ते हैं. अगर ऐसा ही चलता रहा तो 50 वर्षों में गो माता भी हमे सिर्फ़ किताब-पुस्तकों में ही देखने को मिलेंगी. इसलिए जरूरी है कि हम अपने धर्म से जुड़कर ही आगे बढ़ें. इसलिए गो माता से जुड़कर हम उनकी सेवा करने के साथ-साथ उनका संरक्षण भी कर सकते हैं.

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