‘मुझे बुलाने में खजाने खाली हो जाते हैं, लंदन में किया था सबसे महंगा प्रोग्राम’, कुमार विश्वास ने फीस बताई तो..
मध्य प्रदेश के सागर में देश के प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास की प्रस्तुति ने लोगों का फिर दिल जीता. यूं तो कुमार विश्वास यहां आते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्होंने कुछ व्यक्तिगत अनुभव साझा किए, जिसे जानने के बाद लोग…और पढ़ें
सागर में कुमार विश्वास का कार्यक्रम.
सागर: डॉ. कुमार विश्वास से तो पूरा देश परिचित है. उनकी कविताएं और प्रस्तुति के अंदाज का हर कोई कायल है. लेकिन, मध्य प्रदेश के सागर में उनकी प्रस्तुति कुछ अलग रही है. यहां बातों-बातों उन्होंने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि वह एक रात के कार्यक्रम की कितनी फीस लेते हैं. यह जानने के बाद वहां मौजूद तमाम श्रोताओं के तो होश उड़ गए. मकर संक्रांति पर खुरई डोहला महोत्सव का 10वां आयोजन किया जा रहा है. यहीं दूसरे दिन प्रख्यात कवि कुमार विश्वास ने शानदार प्रस्तुति दी.
करीब 2 घंटे तक चली काव्य धारा के दौरान कुमार विश्वास की प्रस्तुति से किला मैदान का माहौल कभी राष्ट्र प्रेम तो कभी भक्ति भाव तो कभी वीरता तो कभी ओज से भर जाता. उन्होंने कहा सागर, जबलपुर सुंदर जगह हैं, पहले मैं यहां आता रहता था, लेकिन अब व्यवस्थाएं बदल गईं. चार्ज ज्यादा हो गया है. यहां की भाषा में संगीत है. आगे कहा कि मैं बड़ी मुश्किल से इतनी दूर तक आया हूं. यहां की भीड़ देखकर लगता है कि हर साल यहां आना चाहिए. इतने हजार लोग इतनी दूर सुनने आ गए आश्चर्य है.
इतने में किया था सबसे महंगा कार्यक्रम
कुमार विश्वास ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि आज मुझे मंच पर कार्यक्रम करते हुए 37 साल हो गए हैं. आज भले ही चार्टर्ड प्लेन से आया हूं पर मैंने पहला कवि सम्मेलन 100 रुपये में किया था. रोडवेज की बस से गया था. वहीं, अब तक सबसे महंगा कार्यक्रम लंदन में सवा करोड़ रुपये में किया था. केवल एक रात के इतने पैसे लिए थे. बातों ही बातों में उन्होंने जनता को यह भी कहा कि खुरई आने के 30 लाख रुपये लिए हैं.
मंदिर तोड़ने वालों पर निशाना
डॉ. विश्वास ने कहा कि लोग कहते हैं कि दिल्ली में चुनाव हैं और मैं कविता पढ़ रहा हूं. वहां होता तो तिहाड़ में दारू का हिसाब दे रहा होता. इसके साथ ही कांग्रेस से भाजपा में आने वाले लोगों को लपेटे में लिया. कहा, ‘वे उनके नहीं हुए तो तुम्हारे क्या होंगे’. उन्होंने मंदिर तोड़ने वालों पर प्रहार करते हुए कहा, एक गुरुद्वारा किसी दूसरे के धर्म स्थान को तोड़ कर बनाया, कोई जिनालय नहीं मिलेगा जो किसी का धर्मस्थल तोड़ कर बनाएं, फिर ये बगदाद के पार वाले जबाब क्या देंगे.
‘मुझे बुलाने में लोगों के खजाने खाली हो जाते हैं’
डॉ. कुमार ने आयोजन कर्ता को लेकर कहा, ”तुम्हारा नेता भूपेंद्र सिंह इतना प्यारा है, जिसके बारे में लोग कहते हैं कि उसने यहां सबके लिए बहुत किया है. मुझे बुलाने में लोगों के खजाने खाली हो जाते हैं, लेकिन तुम्हारे नेता की मोहब्बत में आया हूं. यहां तक, यह उस एक आदमी की मोहब्बत का परिणाम है कि मुंबई के सारे कलाकार यहां आने को तरसते हैं”. उन्होंने कहा, ”5 स्टारों में कविता पढ़ने में वह आनंद नहीं आता जो यहां खुरई के खुले मैदान में हजारों ऊर्जा से भरे लोगों के बीच आ रहा है”.
मुझे बुलाने में खजाने खाली हो जाते हैं, लंदन में किया था सबसे महंगा प्रोग्राम