खंडवा में 80 साल पुराने पेड़ों का भी हो रहा है ट्रांसप्लांट, जानिए क्या है तरीका ?

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खंडवा में 80 साल पुराने पीपल के पेड़ को बालाजी ग्रुप की मदद से नगर निगम ने नाग चुन तालाब क्षेत्र में शिफ्ट किया है. पेड़ को शिफ्ट करने से पहले 3 महीने तक उसका ट्रीटमेंट किया गया. बालाजी ग्रुप अब तक 40 से अधिक पेड़ों की जान बचा चुका है.

कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन की कमी के बाद खंडवा के पर्यावरण प्रेमी रितेश गोयल ने 40 पेड़ों को काटने की बजाय शिफ्ट करने का बीड़ा उठाया. शुरुआत में काफी दिक्कतें आईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. इस प्रक्रिया से पेड़ और प्रकृति दोनों को बचाया जा सकता है.

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पेड़ शिफ्टिंग पर आता है इतना खर्च
बालाजी ग्रुप की इस मुहिम को लोग अब अपना रहे हैं. पेड़ को शिफ्ट करने का खर्च 10 से 20 हजार रुपए तक आता है. अगर कोई इसे वहन नहीं कर सकता, तो बालाजी ग्रुप निशुल्क पेड़ शिफ्ट करवा देता है. पेड़ के आस-पास की जड़ों को देशी केमिकल से ट्रीट किया जाता है, फिर इसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाता है.

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बालाजी ग्रुप का हेल्पलाइन नंबर
बालाजी ग्रुप ने अपना हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. अगर आपको खंडवा या किसी अन्य जगह पेड़ शिफ्ट करवाना है, तो आप 9993200000 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं. खंडवा में कई पेड़ कट चुके हैं, इसलिए वहां प्राथमिकता दी जा रही है.

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