छतरपुर में वन स्टॉप सेंटर की 10 फीट की दीवार फांदकर नाबालिक फरार, परिजनों ने कर्मचारियों पर लगाया आरोप, जानें पूरा मामला
छतरपुर जिले में एक अजब- गजब मामला सामने आया है. यहां पर वन स्टॉप सेंटर की दीवार फांदकर एक नाबालिग युवती फरार हो गई है. इसके बाद नाबालिग के परिजनों ने वन स्टॉप सेंटर पर जाकर हंगामा किया. वहीं स्टॉफ को मामले की जानकारी होते ही थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.
बता दें कि छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र में एक 17 साल की नाबालिग लड़की प्रेमी के साथ फरार हो गई थी. इसके बाद बमीठा थाना पुलिस ने नाबालिक को पकड़कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से 20 दिसंबर को उसे वन स्टाफ सेंटर भेज दिया गया था.
10 फीट की दीवार फांदकर नाबालिक हो गई फरार
बुधवार सुबह 9:35 बजे नाबालिक युवती वन स्टाफ सेंटर की 10 फिट की दीवार फांदकर फरार हो गई. शाम को स्टाॅफ ने उसकी तलाशी ली, तो वहां नहीं मिली. इसके बाद देर रात वन स्टॉप सेंटर की प्रभारी नेहा जैन ने सिविल लाइन थाने में पहुंचकर बीएनएस की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने मामला दर्ज कर नाबालिग की तलाश शुरू कर दी है.
परिजनों का ये है आरोप
इस मामले की जानकारी मिलते ही लड़की के माता- पिता ने वन स्टॉप सेंटर पहुंचे. इसके बाद लड़की के बारे में पूछताछ की तो पता चला नाबालिक भाग गई. इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. 1 घंटे बाद सिविल लाइन थाने में वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की.
नाबालिग युवती के पिता ने बताया कि गांव से 3 महीने पहले बच्ची को एक लड़के ने अगवा किया था. बमीठा पुलिस ने लड़की को पकड़कर वन स्टॉप सेंटर भेज दिया था. पिता ने आरोप लगाया कि वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों ने पैसा लेकर आरोपी लड़के के साथ लड़की को भगा दिया.
गार्ड की लापरवाही से हुई घटना
वहीं, सेंटर अधीक्षका नेहा जैन ने बताया कि बच्ची सीडब्ल्यूसी में आई थी. उसको यहां आश्रय दिया गया था. उन्होंने बताया कि गार्ड की लापरवाही है, वह देर से आया था. हम गार्ड पर कार्रवाई करेंगे. वहीं थाने और एसपी ऑफिस में लड़की के भागने की जानकारी दे दी गई है.
सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे के मुताबिक 20 दिसंबर को बमीठा थाने से एक नाबालिग लड़की वन स्टॉप सेंटर के सुपुर्द किया था. 25 तारीख की सुबह 9:30 बजे वह मौका देखकर भाग गई है,जिसकी तलाश जारी है.